Bhugol kise kahate hain ( भूगोल ):- भूगोल (Geography) वह शास्त्र है जिसके द्वारा पृथ्वी के ऊपरी स्वरुप और उसके प्राकृतिक विभागों (जैसे पहाड़, महादेश, देश, नगर, नदी, समुद्र, झील, डमरुमध्य, उपत्यका, अधित्यका, वन आदि) का ज्ञान होता है।
Note- भूगोल शब्द दो शब्दों भू यानि पृथ्वी और गोल से मिलकर बना है। भूगोल को अंग्रेजी भाषा Geography कहा जाता हैं।
भूगोल की परिभाषा
- भूगोल पृथ्वी कि झलक को स्वर्ग में देखने वाला आभामय विज्ञान हैं — क्लाडियस टॉलमी
- भूगोल एक ऐसा स्वतंत्र विषय है, जिसका उद्देश्य लोगों को इस विश्व का, आकाशीय पिण्डो का, स्थल, महासागर, जीव-जन्तुओं, वनस्पतियों, फलों तथा भूधरातल के क्षेत्रों मे देखी जाने वाली प्रत्येक अन्य वस्तु का ज्ञान प्राप्त कराना हैं — स्ट्रैबो
भूगोल को निम्नलिखित भागों में विभाजित किया जा सकता हैं-
आर्थिक भूगोल— इसकी शाखाएँ कृषि, उद्योग, खनिज, शक्ति तथा भंडार भूगोल और भू उपभोग, व्यावसायिक, परिवहन एवं यातायात भूगोल हैं। अर्थिक संरचना संबंधी योजना भी भूगोल की शाखा है।
राजनीतिक भूगोल — इसके अंग भूराजनीतिक शास्त्र, अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, औपनिवेशिक भूगोल, शीत युद्ध का भूगोल, सामरिक एवं सैनिक भूगोल हैं।
ऐतिहासिक भूगोल –प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक वैदिक, पौराणिक, इंजील संबंधी तथा अरबी भूगोल भी इसके अंग है।
रचनात्मक भूगोल— इसके भिन्न भिन्न अंग रचना मिति, सर्वेक्षण आकृति-अंकन, चित्रांकन, आलोकचित्र, कलामिति (फोटोग्रामेटरी) तथा स्थाननामाध्ययन हैं।
इसके अतिरिक्त भूगोल के अन्य खंड भी विकसित हो रहे हैं जैसे ग्रंथ विज्ञानीय, दार्शनिक, मनोवैज्ञानिक, गणित शास्त्रीय, ज्योतिष शास्त्रीय एवं भ्रमण भूगोल तथा स्थाननामाध्ययन हैं।
भूगोल का इतिहास ( History of Bhugol)
भूगोल का इतिहास इस भूगोल नामक ज्ञान की शाखा में समय के साथ आये बदलावों का लेखा जोखा है। समय के सापेक्ष जो बदलाव भूगोल की विषय वस्तु, इसकी अध्ययन विधियों और इसकी विचारधारात्मक प्रकृति में हुए हैं उनका अध्ययन भूगोल का इतिहास करता है।
भूगोल प्राचीन काल से उपयोगी विषय रहा है और आज भी यह अत्यन्त उपयोगी है। भारत, चीन और प्राचीन यूनानी-रोमन सभ्यताओं ने प्राचीन काल से ही दूसरी जगहों के वर्णन और अध्ययन में रूचि ली। मध्य युग में अरबों और ईरानी लोगों ने यात्रा विवरणों और वर्णनों से इसे समृद्ध किया। आधुनिक युग के प्रारंभ के साथ ही भौगोलिक खोजों का युग आया जिसमें पृथ्वी के ज्ञात भागों और उनके निवासियों के विषय में ज्ञान में अभूतपूर्व वृद्धि हुई।
भूगोल की विचारधारा या चिंतन में भी समय के साथ बदलाव हुए जिनका अध्ययन भूगोल के इतिहास में किया जाता है। उन्नीसवीं सदी में पर्यावरणीय निश्चयवाद, संभववाद और प्रदेशवाद से होते हुए बीसवीं सदी में मात्रात्मकक्रांति और व्यावहारिक भूगोल से होते हुए वर्तमान समय में भूगोल की चिंतनधारा आलोचनात्मक भूगोल तक पहुँच चुकी है।
भूगोल का जनक
हिकैटियस को भूगोल का जनक कहा जाता है जिन्होंने सर्वप्रथम स्थल भाग को सागरों से घिरा हुआ माना तथा दो महादेशों के बारे में अपना ज्ञान दिया. उन्होंने पीरियड्स विश्व का प्रथम क्रमबद्ध का वर्णन किया और इसी लिए एच॰ एफ॰ टॉजर ने हिकेटियस (550 ईसा पूर्व) को ‘भूगोल का पिता’ का उपमा दिया. आपके जानकारी के लिए बता दें एनेक्सीमैंडर की तरह हिकेटियस भी एक मिलेटस वासी था।
भूगोल जे जुड़े हुए कुछ जरूरी जानकारी-
- क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का विश्व में कौन-सा स्थान है— सातवाँ
- जनसंख्या की दृष्टि से भारत का विश्व में कौन-सा स्थान है— दूसरा
- कर्क रेखा भारत के जितने राज्यों से होकर जाती है उनकी संख्या— 8
- भूमध्य रेखा के निकट है— इंदिरा प्वाइंट
- इंदिरा प्वाइंट कहा है— अंडमान–निकोबार द्वीप समूह में
- जिस राज्य की समुद्र तटरेखा सबसे छोटी है वह है— गोवा
- भारत के उत्तर में कौन-कौन-से देश हैं— चीन, नेपाल, भूटान
- भारत के पूर्व में कौन-सा देश है— बांग्लादेश
- जिस राज्य की समुद्र तटरेखा सबसे लंबी है वह है— गुजरात
- भारत की स्थल सीमा जिस देश से सबसे ज्यादा है वह है— बांग्लादेश के साथ
- भारत का कौन–सा भू–आकृतिक भाग प्राचीन है— प्रायद्वीपीय पठार
- भारत के पूर्वी समुद्र तट को क्या कहते है— कोरोमंडल तट
- भारत के किस स्थान को ‘सफेद पानी’ के कहते है— सियाचिन
- भारत में शीत मरूस्थल— लद्दाख
- भारत की देशांतर स्थिति— 68°7’ से 97°25’ तक
- भारत के पश्चिम में कौन-सा देश है— पाकिस्तान
- भारत के दक्षिण पश्चिम में कौन-सा सागर है— अरब सागर
- कोंकण तट कहाँ से यहाँ तक स्थित है— गोवा से दमन तक
- लक्षद्वीप समूह के द्वीपों की उत्पत्ति कैसे हुई— प्रवाल द्वारा
- न्यू मूर द्वीप है— अंडमान सागर में
- कौन सी दवीप भारत व श्रीलंका के बीच है रामेश्वरम्
- लक्षद्वीप समूह के कुल द्वीपों की संख्या— 36
- लक्षद्वीप समूह में कुल कितने द्वीपों पर मानव रहते है— 10
- भारत के दक्षिण-पूर्व में कौन-सी खाड़ी है— बंगाल की खाड़ी
- भारत के दक्षिण में कौन-सा महासागर है— हिन्द महासागर
- पूर्वांचल की पहाड़ियाँ भारत को किस देश से अलग करती हैं— म्यांमार से
- अंडमान-निकोबार द्वीप समूह कहाँ स्थित है— बंगाल की खाड़ी में
- मन्नार की खाड़ी और पाक जलडमरूमध्य भारत को किस देश से अलग करते हैं— श्रीलंका से
- संपूर्ण भारत की अंक्षाशीय विस्तार कितना है— 8° 4’ से 37°6’ उत्तरी अक्षांश
- भारत के मध्य से कौन-सी रेखा गुजरती है— कर्क रेखा
- भारत के उत्तर से दक्षिण तक विस्तार कितना है— 3214 किमी
- भारत का पूर्व से पश्चिम तक विस्तार कितना है— 2933 किमी